प्रिय साथियों,
बीते साल व महीनों में मैं अपने निजी व राजनैतिक जीवन में नई-नई चुनौतियों का सामना करते-करते
व आप सभी के सहयोग से नई-नई उपलब्धियों को हासिल करने पाया हूँ,
इसी बीच कई अच्छे रिश्ते बने और कई पुराने रिश्ते टूटे भी,
कभी खुश हुआ तो कभी इतना दुखी कि इच्छा होने लगती थी कि जीवन को खत्म ही कर लूं,
लेकिन आप लोगों के साथ ने मुझे एक मजबूत हौसला दिया है,
इस बीच कई मित्रों ने मेरे लिए बहुत बड़ी-बड़ी लड़ाईयों का सामना किया
और बीते एक से दो साल तो बहुत ही चुनौती पूर्ण रहे हैं जब कई लोगों के द्वारा मुझे निजी तौर पर क्षति पहुंचाने
व मेरे हो कुछ लोगों के द्वारा मेरी राजनैतिक हत्या करने की साजिश तक रची गई,
लेकिन मैं धन्यवाद करता हूं अपने उन भाइयों का जिन्होंने ऐसी विषम परिस्थितियों में भी मेरा साथ दिया।
साथियों कहते हैं जिसकी रक्षा स्वयं वासुदेव श्रीकृष्ण कर रहे हों उसका कोई क्या बिगाड़ लेगा,
मैं आप सभी छोटे-बड़े भाईयों-बहनों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ।
साथियों मेरे लिए यह एक ऐसा भावुक क्षण है जब मैं अपनी जिंदगी के
एक नए पड़ाव परआज रात 12 बजे पहुंच जाऊंगा,
10 जनवरी मेरा जन्मदिवस है और यह वो दिन है जब मैं इस दुनिया में आया
मेरे आने से कई जिंदगियां बनी और शायद कई बिगड़ी भी।
मित्रों आज वह दिन है जब मेरे पास मेरी मां और मेरे पितातुल्य बड़े भाई के आशीर्वाद
व अपनी मेहनत से हासिल किया हुआ सबकुछ है लेकिन एक सुखी संसार जिसकी मैं कल्पना करता हूँ
वो मेरी पहुँच से अभी थोड़ा परे है,,,
साथियों आपका प्यार व स्नेह मेरे साथ है लेकिन समझ नहीं आ रहा है कि क्या करूँ,
जीवन में सबकुछ ठीक तो है लेकिन कुछ ठीक भी नहीं है,
जिंदगी हर पल नई चुनौती के साथ एक नए अध्याय को मेरे जीवन में खोल रही है।।।
आज मेरी उम्र छोटी है परंतु इस छोटी उम्र में मुझे बहुत बड़ी-बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।।।
आपके साथ-सहयोग-प्रेम-स्नेह व आशीर्वाद का अकांक्षी।
आपका अपना,
चौधरी अनिल कुमार राज(प्रिंसराज)
राष्ट्रीय अध्यक्ष,
रुद्र 🔱 सेना...
©Choudhry Anil Kumar Raj
प्रिय साथियों,
बीते साल व महीनों में मैं अपने निजी व राजनैतिक जीवन में नई-नई चुनौतियों का सामना करते-करते
व आप सभी के सहयोग से नई-नई उपलब्धियों को हासिल करने पाया हूँ,
इसी बीच कई अच्छे रिश्ते बने और कई पुराने रिश्ते टूटे भी,
कभी खुश हुआ तो कभी इतना दुखी कि इच्छा होने लगती थी कि जीवन को खत्म ही कर लूं,
लेकिन आप लोगों के साथ ने मुझे एक मजबूत हौसला दिया है,
इस बीच कई मित्रों ने मेरे लिए बहुत बड़ी-बड़ी लड़ाईयों का सामना किया
और बीते एक से दो साल तो बहुत ही चुनौती पूर्ण रहे हैं जब कई लोगों के द्वारा मुझे निजी तौर पर क्षति पहुंचाने