जो मेरे अपनों में आते हैं
जब मोहब्बत सच्ची होती है
तो दूरियां भी चाहतों के हक़ में हो जाती हैं
और जब मोहब्बत बस एक दिखावा होती है
तो नजदीकियों में भी दरारें पड़ ही जाती हैं
मैं चाहता हूं, वो भी मेरा होके रहे
जिसका मैं होना चाहता हूं
जो मेरे अपनों में आते हैं
मैं सिर्फ उन्हें नहीं खोना चाहता हूं
किसी के साथ वक्त बिताना होगा
उसके साथ बिताए लम्हों को पास बुला लूंगा
जिनकी यादों में मैं शामिल नहीं हूं
एक न एक दिन मैं भी उन्हें भुला दूंगा
खुशियाँ मेरी उनकी होंगी
उनके गमों में मैं शामिल होना चाहता हूं
जो मेरे अपनों में आते हैं
मैं सिर्फ उन्हें नहीं खोना चाहता हूं
©Jyoti Attri
#जो मेरे अपनो मे आते है