"जानें कब साँसें थम जाए?
जानें कब ये आँसू जम जाए?
कह लेने दो मुझे दिल की बात,
कहीं अधूरे न रहे हमारे जज़्बात।
मेरे लिए थे कभी तुम अनजान,
पर आज बन गए हो मेरी जान।
महसूस करना चाहती हूँ तुम्हें हर पल,
क्योंकि न जानें क्या होने वाला है कल?
©Kala bhardwaj
"