मै जब भी तुमसे कुछ सवाल करता हूँ
तो तुम्हारे जवाब के अलावा मेरा अपना
भी एक मुख़्तलिफ़ जवाब होता है।
मगर कोशिश होती है कि दोनों के जवाब
भले ही अलग अलग रास्तो से दरिया की
तरह बहें लेकिन सागर तक पहुँचते पहुँचते
एक बार ज़रूर मिले, हमारे वजूद को कहीं समा जाने से पहले इनका एक होना ज़रूरी
है।
©Tarique S. Usmani
#WorldOceanDay