"मुझे तुझसे ऐसी मोहब्बत हो जाए,,
(*मेरे मौला*)
मुझे तुझसे ऐसी मोहब्बत हो जाए
नमाज़ी का सजदा हो जाऊँ
दवाओं की शिद्दत हो जाऊँ
सलाम का जवाब हो जाऊँ
अज़ान का फर्क हो जाऊँ
वज़ु की तासीर और इबादत में मशरुफ हो जाऊँ
मेरे मौला मुझे तुझसे ऐसी मोहब्बत हो जाए..!!
जम्मू@..!!.. "