ये जो चोटें अाई हैं, ये जो खून बहा है, ये किसी इंस
"ये जो चोटें अाई हैं,
ये जो खून बहा है,
ये किसी इंसान या किसी डॉक्टर को नहीं,
बल्कि इंसानियत को चोटें आईं हैं,
इंसानियत का खून बहा है,
उस इंसानियत का,
जो एक दूजे की मदद करना
सिखाती है, सिखाती रहेगी..."
ये जो चोटें अाई हैं,
ये जो खून बहा है,
ये किसी इंसान या किसी डॉक्टर को नहीं,
बल्कि इंसानियत को चोटें आईं हैं,
इंसानियत का खून बहा है,
उस इंसानियत का,
जो एक दूजे की मदद करना
सिखाती है, सिखाती रहेगी...