दिल करता है की तेरी सूरत पे एक किताब लिख दू
देख तेरी मासूमियत को अपना हर जज्बात लिख दू
बाहर से कुछ तो अंदर से कुछ और है तू दोनो चेहरे बेनकाब कर दू
कल हम थे आज कोई और है ना जाने कितनो को लूटेगी
मन करता है सच दिखा तेरी मोहब्बत का दुकान ही बंद कर दू ।।
raza__singh __razput
राजा
©Raza _k_Razput
jo fell kiya hu wahi likha hu