जिसको चाहा था टूट कर वो इंसान जा चुका मुझसे छूट | हिंदी शायरी
"जिसको चाहा था
टूट कर
वो इंसान जा चुका मुझसे छूट कर
अब अकेले हो गए हैं हम
सबसे रूठ कर
उसने मुझको इस तरह
तोर दिया जैसे कोई अजनबी को देख छोड़ दिया
अंकिता यादव"
जिसको चाहा था
टूट कर
वो इंसान जा चुका मुझसे छूट कर
अब अकेले हो गए हैं हम
सबसे रूठ कर
उसने मुझको इस तरह
तोर दिया जैसे कोई अजनबी को देख छोड़ दिया
अंकिता यादव