White एक वहम है एक परछाई है
सब सूरज डूबने पर मिट जाता है
एक रात है एक नींद है
और सपने में तू रोज आता है
एक सुबह है एक उम्मीद है
फिर भी सपना ना जाने क्यों टूट जाता है
एक टक -टकी एक सरसरी सी नजर है
वह शख्स ना जाने दिन के उजाले में कहां गुम हो जाता है.. Sanbir
©Sandeep Bishnoi
#sad_shayari dosti