बसुरी धुन छेड़य कृष्ण बने, सुन ग्वालिन मोहित हो सब जावय। जब ग्वालिन छेड़य कृष्ण सखा, मनमोहन साँवर नैन रिझावय। सब ग्वालिन के घर घूम गली, मरकी धर फोरय माखन खावय। जब बाल सखा मन संग रहै, घर-द्वार-गली हुड़दंग मचावय। ©अनुज छत्तीसगढ़िया #SunSet Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto