हवा बन के छू लूं उसे या आंचल बन जाऊं वो ना देखें | हिंदी शायरी Video
"हवा बन के छू लूं उसे
या आंचल बन जाऊं
वो ना देखें मुझे तो उसका
काजल बन जाऊं
जो धूप लग जाए उसे
तो मैं बदल बन जाऊं
उसके दिल तक जाने के लिए
कही मैं गज़ल बन जाऊं "
हवा बन के छू लूं उसे
या आंचल बन जाऊं
वो ना देखें मुझे तो उसका
काजल बन जाऊं
जो धूप लग जाए उसे
तो मैं बदल बन जाऊं
उसके दिल तक जाने के लिए
कही मैं गज़ल बन जाऊं