"हां..मै मां हूं..
मै अपने गोदी से तुझको जीवन का प्यार मै देतीहूं
तू है मेरे रक्त का अंश मै रक्त जलाकर दुग्ध सेवन देतीहूं
मुझे तेरी इक तडप के आगे सब कुछ भूलकर तुझपर ध्यान लगातीहूं
तू है उम्मीद मेरी जीवन का बस यह उम्मीद मे जीतीहूं.
सारे जग का दर्द मै सहकर तुझको खुशियां देतीहूं
तू है स्पर्श मेरा मै तेरे लिए ही जीतीहूं
बन प्रवीण मै मां की ममता का एक क्षण जीवन का लेख मै सुनतीहूं..हां मै मांहूं
©L.P Praveen"