कितने नफरत है मुझे , उससे... बताऊं क्या...!!
कितना तड़पता है यह दिल...
उसके ना होने के एहसास में जताऊं क्या...!!
गम , दर्द और जख्म... कितने दबे हैं...
मुस्कुराहट की कब्र में.... दिखाऊं क्या....!!
सीख ली है हमने भी.... उससे
थोड़ी सी.... इश्क मे बेवफाई......!!
अगर कहो आप... तो आपको भी.. सिखाऊं क्या...!!