गीत लिखूँगा बादल पर मै मीत तुम्हारी यादों में
बरसेगा तुम पर प्यार मेरा सावन की बरसातों में.
जो तुम न निकली कमरे से तो खिड़की पर जा बैठेंगे
बूंद बूंद कर भर जायेगा मेरा प्यार तुम्हारे हाथों में.
खिड़की पर भी जो न मिली तो आंगन में आ जायेंगे
वही बरस कर सबर करेंगे चुपके से हम रातों में
गीत लिखूँगा बादल पर मैं मीत तुम्हारी यादों में
©Sonik_Sadh
#Love