टूटे हुए फूल कि आह किसने सुनी है, बिखरे हुए पानी क | हिंदी शायरी Video
"टूटे हुए फूल कि आह किसने सुनी है,
बिखरे हुए पानी कि चाहत किसने जानी है-
वो फूल शीशा होता तो टूटने पर चीखता,
वो पानी शीशा होता तो बिखर कर आपने खनक छोड़ता और पैरो मे चुभता|
16:05:2011"
टूटे हुए फूल कि आह किसने सुनी है,
बिखरे हुए पानी कि चाहत किसने जानी है-
वो फूल शीशा होता तो टूटने पर चीखता,
वो पानी शीशा होता तो बिखर कर आपने खनक छोड़ता और पैरो मे चुभता|
16:05:2011