"मैनें दरवाजा खोला
मेरे घर लक्ष्मी आयी है
खुशियों की एक
लहर छायी है
काफ़ी मिन्नतें, बाद
ये किलकारियाँ गूंज,
मेरे आँगन में रौनक
आयी है ।
उदासी भरे जीवन को
एक एहमियत मिल गयी,
खुशियों में सबके चेहरे खिल गए। ।
मैंने दरवाजा खोला मेरे आंगन खिल गये। ।
©Gaurav Prateek"