White मंगल के बाग़ में, आम की ये डाली,
रस भरे फलों से, खिली-खिली हरियाली।
सावन की बूंदों में, नाचती ये डाली,
जैसे किसी ने, रचाई हो सजीली रंगोली।
मीठे आम की मिठास, हर दिल को भाए,
इस पेड़ की छांव में, हर ग़म को भुलाए।
फूलों की खुशबू से, महके ये बगिया,
आम के बाग़ की, निराली है ये दुनिया।
©Dinesh singh Dk
#mango_tree