भाग्य कहूँ या नसीब
उसने मुझे रुलाया बहुत है
विपरीत हालातों ने भी
इधर से उधर झुलाया बहुत है
कई बार दिल हुआ मरने का मेरा
पर खुदा ने बचा लिया
आज उसी "ईश्वर" ने भरकर झोली
भारत की गोद में खिलाया बहुत है...
©कृतान्त अनन्त नीरज...
#India #love#nojoto#life#beingoriginal