जीवनसाथी
प्यार मिला जब प्रेमिका को पहली बार,
एहसास से प्रेमिका को सुकून मिला,
जो लगता था पहले गलत,
अब वो सब सही लगा,
किसी का प्यार जीवन बदल गया,
उसके मिलन की आस एक नई चमक भर गया,
प्यार के रंगों में रंग गया,
इंतजार की बेला फिर खत्म हुई,
दो प्यार करने वालो की भी,
इक नई कहानी जब शुरू हुई,
मांग सिंदूर चुड़ियों मंगलसूत्र पायल संग,
वो अपने सज्जना के लिए सजी,
दुल्हन बनी वो अपने दूल्हे की,
शादी के पवित्र बंधन में वो बंध गई,
प्यार को अपनी दुनिया बना कर,
किसी के घर की वो रौनक बनी,
पत्नी बनी वो बहूं बनी,
खूबसूरत से फिर वो सजी धजी।
Meenakshi Sharma
©Meenakshi Sharma