इक तल्ख़ हादिसा हूँ भुल जाने दीजिये
उनकी बेरुखी जाम -ब -जाम पी जाने दीजिये
बे-क़रारी आए तो ठहर जाएं ज़रा
सब्र रुख़्सत हो तो जाने दीजिए
मेरे एहसासों के साथ-साथ
उनके ज़ज़्बात भी मर जाने दीजिए
इतने इलजामात् ना लगा ए हबीब
अभी मशहूर तो हो जाने दीजिये
©Nisha
#Butterfly