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सूरज और बादल दोनों ही चाहिए मुझे, ना सूरज की रौशनी | हिंदी Shayari

"सूरज और बादल दोनों ही चाहिए मुझे, ना सूरज की रौशनी इतनी की तपिश मुझे जलाने लगे। ना बादल की छाया इतनी की सीलन मुझमें आने लगे। ©Nishat Hashmi"

 सूरज और बादल दोनों ही चाहिए मुझे,
ना सूरज की रौशनी इतनी की तपिश मुझे जलाने लगे।
ना बादल की छाया इतनी की सीलन मुझमें आने लगे।

©Nishat Hashmi

सूरज और बादल दोनों ही चाहिए मुझे, ना सूरज की रौशनी इतनी की तपिश मुझे जलाने लगे। ना बादल की छाया इतनी की सीलन मुझमें आने लगे। ©Nishat Hashmi

#Shades

Sam Khan
Sam Khan

👌 👌 👌 👌

4 y 1 Love
Nishh.
Nishh.

Sam Khan ( T❤️S) Ty

4 y 0 Love
A@isha Rana
A@isha Rana

👏 👏

4 y 1 Love
Nishh.
Nishh.

A@isha_rana Thanks

4 y 0 Love
ktj
ktj

🙏🙏🙋‍♀️🙋‍♀️👌

4 y 1 Love
Nishh.
Nishh.

Tarannum Jahan Ty ✌

4 y 0 Love
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