याद में रात दिन आंसू बहाना, ये आदत अच्छी नहीं।
दुखा के मेरा दिल मुझे हंसाना ,ये आदत अच्छी नहीं।
कभी तो आवारगी करने दिया करो,यादों को भी,
हमेशा पहलू में सुलाना,ये आदत अच्छी नहीं।
जानता हूँ तन्हाई में रोया करती हो तुम भी,
पर आंसुओ से तस्वीर बनाना,ये आदत अच्छी नहीं।
तुझपे जान छिड़कता रहता है जो हरपल,
उसे खुद से दूर भगाना ,ये आदत अच्छी नहीं।
रूह तक भी जो अपना तेरे नाम कर दिया हो,
ज़ज़्बातों से उसके खेलना,ये आदत अच्छी नहीं।
#याद में #रात #दिन #आंसू बहाना, ये #आदत अच्छी नहीं।
दुखा के मेरा दिल मुझे #हंसाना ,ये आदत अच्छी नहीं।
कभी तो #आवारगी करने दिया करो,यादों को भी,
हमेशा #पहलू में #सुलाना,ये आदत अच्छी नहीं।
जानता हूँ #तन्हाई में रोया करती हो तुम भी,
पर आंसुओ से #तस्वीर बनाना,ये आदत अच्छी नहीं।