सवेरा है खिला खिला , मद्दम मद्दम हवाएं है,
अंधेरे के तड़पाए फूल , कर रहें कुछ कलाएं है ,
भीगी भीगी सड़कें , बूंदों की बनाई परछाईयां,लिपटी हुई ओस पत्तों से , कर रहीं एक कहानी बयां ,
कि,
केवल हम ही नहीं, सब रात के सताएं हैं।।।
©Ruchi dreamer
#सूर्यकिरण
#सुबहकिबातें