वो अब मुझे खोकर कहती हैं
मुझे तुम याद आते हो
किसी और का होकर कहती हैं
मुझे तुम याद आते हो
समंदर थी तो जोर-शोर से लहरें बनाती थी
अब कतरा-कतरा होकर कहती हैं
मुझे तुम याद आते हो
कहते थे हम जब भी उससे अपने दिल का हाल तो हँस देती थी
अब वो रो-रोकर कहती हैं
मुझे तुम याद आते हो
क्या बताऊँ अब उसकी मोहब्बत का आलम
अब सब कुछ खोकर कहती हैं
मुझे तुम याद आते हो
verma ji
©Rahul verma
#Tum_yaad_aate_ho