ठहर जा हुस्न के बादल, के मैं हो जाऊं न पागल बरस जा | हिंदी Video
"ठहर जा हुस्न के बादल, के मैं हो जाऊं न पागल
बरस जा टूट के मुझ पे के मेरी रूह प्यासी है।
जो भी देखे तुझे चाहे के बस आगोश के लेले,
खुदा ने मखमली काया तेरी कुछ यूं तराशी है।।"
ठहर जा हुस्न के बादल, के मैं हो जाऊं न पागल
बरस जा टूट के मुझ पे के मेरी रूह प्यासी है।
जो भी देखे तुझे चाहे के बस आगोश के लेले,
खुदा ने मखमली काया तेरी कुछ यूं तराशी है।।