।। हम किताब थे, किताब ही रह गए
तुम कहानी थे, बदलते चले गए ।।
।। प्यार नहीं रुलाता, रुलाती है वो आदतें
जिन्हें लगाकर लोग, हमें छोड़ देते हैं ।।
।। मुसाफिर कल भी थे, मुसाफिर आज भी हैं
कल किसी अपने की तलाश में थे, आज अपनी तलाश में हैं ।। 😞
sad shayri
#Dosti