हकिकत से वाकिफ कोई वक्त आता है , जब हर एक इंसान अपनी ही ज़िंदगी में मानों मदहोश सा हो जाता है , कभी लगता है की इस भागती हुई ज़िंदगी में कुछ तो अधूरा रह गया है , फिर याद आती है कुछ बिताए पलो की और वक्त एकदम से खामोश हो जाता है ।
©Piyush Kumar
#poem #poem✍🧡🧡💛