क्यों जिक्र कर दिया तूने तेरे सच का तेरे झूट के सहारे हम खुद को तेरा गुनेहगार समझ के जी लेते।
नासमझ समझ के साथ दे रहा था तो गैर समझ के झूट के आड़ में छोड़ देना था,
तुझे लगता है खुद का सच बता के तूने सब सही कर दिया,
तूने समझा ही कहा हमे,
हम तेरी खुशी के लिए खुद को तकलीफ़ में रख रहे थे,
हमे इस बात का इल्म भी नहीं था कि तू ही हमे दिखावे की दुनिया में सैर करा रहा था..... Writer Divya Mannewar
#Birth