जाते कहाँ होंगे ये हारे हुए लोग वक़्त बेवक़्त के पुकारे हुए लोग
सोते नहीं सुकून से, मर जाते हैं दिन भर की थकन से मारे हुए लोग
जाने तो भला कैसे दरिया की हक़ीक़त लहरों के सहारे से किनारे हुए लोग
किसकी ही भला याद में आएंगे बताओ बुरे ख़्वाब के जैसे ये गुज़ारे हुए लोग
©ANIL DEV
#Sunrise @Prisita Pawar @Vishal Raj