#धौलागढ़ खेड़ा #भगवान #शिव का प्रसिद्ध मंदिर #सलूंबर#उदयपुर
उदयपुर जिले के सलूंबर के समीप स्थित भगवान शिव का प्रसिद्ध मंदिर जो धोलागढ़ खेड़ा गांव में स्थित है जो धोलागढ़ खेड़ा भगवान शिव के नाम से ही प्रसिद्ध है बहुत ही अद्भुत अकल्पनीय तथा प्रकृति की गोद में फैला हुआ भगवान शिव के प्रति आस्था तथा विश्वास का प्रतीक माना जाता है प्रत्येक पूर्णिमा तथा प्रत्येक महाशिवरात्रि को यहां पर भगवान शिव का बहुत ही बड़ा मेला लगता है बड़े गौरव की बात यह है कि आज ही के दिन ही यहां पर ""भगवान शिव की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा""का यहां पर यहां प्रतिमा को स्थापित किया गया है साथ ही मार्च एवं अप्रैल माह में 51000 के साथ यहां पर विशाल मेले का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरे संपूर्ण भारतवर्ष के सभी मठ के मठाधीश तथा सभी मतों के संप्रदाय को मानने वाले बड़े-बड़े विद्वान तथा पंडित अपनी उपस्थिति देकर इस कार्यक्रम को और भी गौरवान्वित बनाएंगे मंदिर के इतिहास की बात करते हैं यह मंदिर विशाल पहाड़ी पर बना हुआ है जो लगभग दो हजार फीट ऊंचाई पर भगवान शिव का मंदिर है ऐसा भी कहा जाता है कि निश्कलंक संप्रदाय के प्रवर्तक संत "मावजी महाराज" द्वारा यहां पर अपना स्वाध्याय किया गया था तथा जब उनका मन नहीं लगता था तो वह यहां पर तपस्या करते थे और ऐसा भी कहा जाता है कि संत मावजी महाराज का निधन इसी स्थान पर हुआ था ऐसा भी कहा जाता है और यहां के पंडितों की मिली जानकारी के अनुसार ,स्थानीय बड़े बुजुर्गों के अनुसार ऐसा भी कहा जाता है कि नेपाल देश के प्रसिद्ध संप्रदाय के प्रवर्तक श्री गोरखनाथ जी द्वारा भी यहां पर स्वाध्याय किया गया तथा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्होंने यहां पर कठोर तपस्या की थी तथा उन्हें यहां पर स्वाध्याय की प्राप्ति हुई थी ऐसे पवित्र प्रसिद्ध मंदिर पर आज महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर जाने का सौभाग्य मिला तथा भगवान शिव से यही मनोकामना है कि संपूर्ण जगत का कल्याण हो सभी के अंदर भाईचारा हो तथा वसुदेव कुटुंब रखते हुए आपसी भाईचारे को सदा अपनाएं।।
बहुत-बहुत नमस्कार आपका दोस्त
इतिहासकार:- विश्वास उपाध्याय [लेखक साहब]