दर्द में हम उनके सामने रोये थे,
और वो तब भी अपने खयालों में खोए थे,
उनपे हम शायद अपना रंग न चढ़ा सके,
इसलिए हम गहरी नींद में गए और वो हमे न उठा सके,
उन्हें हमारी मौत की खबर भी किसी और ने दी,
गुस्सा हम उनसे थे और ऊपर वाले ने हमारी ही जान ले ली,
समय जब दोनों के पास था तो नाराजगी में बिता दी,
ये जिंदगी शायद मैने पछतावे में गुज़र ली।"
©Ranveer__Maheshwari
दर्द में हम उनके सामने रोये थे,
और वो तब भी अपने खयालों में खोए थे,
उनपे हम शायद अपना रंग न चढ़ा सके,
इसलिए हम गहरी नींद में गए और वो हमे न उठा सके,
उन्हें हमारी मौत की खबर भी किसी और ने दी,
गुस्सा हम उनसे थे और ऊपर वाले ने हमारी ही जान ले ली,
समय जब दोनों के पास था तो नाराजगी में बिता दी,
ये जिंदगी शायद मैने पछतावे में गुज़र ली।"