सियासत करना है तो इस बात पे गौर फरमाओ, जो देख सकत | हिंदी Shayari
"सियासत करना है तो इस बात पे गौर फरमाओ,
जो देख सकता है पहले उसे अंधा बनाओ,
और क्या कहा सियासत के अपने कुछ उसूल है,
अरे छोड़ो ये सब बातें फ़ुज़ूल है।
-सुमीत"
सियासत करना है तो इस बात पे गौर फरमाओ,
जो देख सकता है पहले उसे अंधा बनाओ,
और क्या कहा सियासत के अपने कुछ उसूल है,
अरे छोड़ो ये सब बातें फ़ुज़ूल है।
-सुमीत