तुझमे बुद्धि साहस ओर तुझमे भी है बल
क्यू बरसता है फिर भी तेरे नैनो से ये जल
क्यू तु परेशान है ढूंढ ले हर परेशानी का हल
हर समस्या का समाधान है यहां आज नही तो कल
अर्जुन सा तु वीर है लक्ष्य ना हो अँखियो से ओझल
अगर पथ रोखे तेरा आँधिया तुफानो को चिर के चल
जन्मे जहाँ कृष्ण कन्हैया तु भी जन्मा है वही भु- थल
अंधियारों को ख़त्म करेगा दीपक बन कर तु भी जल
बढ़ता चल तु रहो मे चाहे लाख करे दुनिया तुझसे छल
ना हो कभी उदास जिंदगी मे डूबते सूरज सा ना तु ढल
एक बार से कुछ नही होता कर प्रयास हर एक एक पल
खुद पर भरोसा बना रख एक ना एक दिन तु होगा सफल
शिव बिल्लोरे
©Shiv Shiv
hoga safal
#Childhood