White दिल में गूंजती है जब बारिश की दस्तक,
यादें बनती हैं तब बारिश की दस्तक।।
सूनी राहों पे इश्क़ सजाने आई,
हौले से छू जाती है बारिश की दस्तक।।
भीगे पत्तों पे सरगम सा बजता है,
साज़ बन जाती है तब बारिश की दस्तक।।
दिल के वीराने में बहारें आईं,
चुपके से कह जाती है बारिश की दस्तक।।
गुमसुम रातों में ख्वाब संजोती है,
रंगीनियाँ भर जाती है बारिश की दस्तक।।
भीगे लम्हों में है एक ताजगी,
रूह को महकाती है बारिश की दस्तक।।
अश्कों में घुलती है वो ख़ुशबू,
पलकों पे ठहर जाती है बारिश की दस्तक।।
©Samarpan_Purti
#बारिशकीदस्तक