( त्रिवेणी) फूलों को अपने रंग और खुशबू पर इठलाते द | हिंदी Shayari

"( त्रिवेणी) फूलों को अपने रंग और खुशबू पर इठलाते देखा है माली के इक इशारे पर जीवन का त्याग करते देखा है किसी के लिए सर्वस्व समर्पण ही तो प्रेम है ©Author Munesh sharma 'Nirjhara'"

 ( त्रिवेणी)
फूलों को अपने रंग और खुशबू पर इठलाते देखा है
माली के इक इशारे पर जीवन का त्याग करते देखा है


किसी के लिए सर्वस्व समर्पण ही तो प्रेम है

©Author Munesh sharma 'Nirjhara'

( त्रिवेणी) फूलों को अपने रंग और खुशबू पर इठलाते देखा है माली के इक इशारे पर जीवन का त्याग करते देखा है किसी के लिए सर्वस्व समर्पण ही तो प्रेम है ©Author Munesh sharma 'Nirjhara'

#flowers #Triveni #Poetry #Gulzar #Love #❤️

People who shared love close

More like this

Trending Topic