माँ
तेरी याद बहुत आ रही है मुझे
पता होगा ही आपको फिर से कोई गलती कि होगी हमने
पर क्या करू मैं माँ
कहाँ अब कोई समझाने वाला
गलतियों पर हैं कोई डाटने वाला
गलतियां करने से पहले
क्यूँ नहीं याद आते हैं आपके
ज्ञान और संस्कार कि बात
कहाँ खो गया हैं मुझमें आपके
सिखाए आदर्शो का ज्ञान....
माँ दिखा ना कोई रास्ता मुझे
भटक सा गया हू मैं......
©Mrityunjay Kumar
#stilllife