यहीं मिले थे हजारों चेहरा पढने वाले जरा गौर से देख | हिंदी शायरी Video

"यहीं मिले थे हजारों चेहरा पढने वाले जरा गौर से देखा सबके चेहरों पर नकाब थे वो झूठ बोल कर जख्मों को नासूर बनाने में माहिर घबराया मैं क्योंकि मेरे जख्म बेहिसाब थे ©RaaWi "

यहीं मिले थे हजारों चेहरा पढने वाले जरा गौर से देखा सबके चेहरों पर नकाब थे वो झूठ बोल कर जख्मों को नासूर बनाने में माहिर घबराया मैं क्योंकि मेरे जख्म बेहिसाब थे ©RaaWi

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