#IFPStorytelling अपनो में ही ये पलते है,अपनो में ही पलते रहेंगे,जितने भी लोग है,नाग जैसे,अपनो को ही डसते रहेंगे//१
मार डाले जो खूं के रिश्तों को वो*पशेमा भी होंगे यकीनन,हम*मसीहा मुहब्बत के मारे,नफरतो को हराते रहेंगे//२
*शर्मिंदा*भलाई करना
अपनो में ही ये पलते है अपनो में ही पलते रहेंगे, जितने भी लोग है,नाग जैसे,अपनो को ही डसते रहेंगे...
डसले जो अपनो को,फिर अपनो से रिश्ता ये कैसा,फिर भी रिश्ते निभाने की खातिर,आस्तिनो में सहते रहेंगे//३