बड़ी फिक्र है मुझे अपनों की, हे राम वालों, हे अल्लाह वालों, अपने देश को सियासत से बचा, लो मंदिर और मस्जिद कभी फुर्सत में बना लेना, नफरत से जो टूटे पहले वह घर तो बना लो।।
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर, इंसानियत है, धर्म वतन का बस जियो वतन के नाम..