कह ही दिया उसने की अब मै किसी और की हूँ... और पूछा | हिंदी शायरी
"कह ही दिया उसने की अब मै किसी और की हूँ...
और पूछा... क्या मै अब भी दोस्त रहूँगा...
अरे एहसान मे तो मुझे तू नहीं चाहिए...
तेरी ये आधी मोहब्बत का क्या करूंगा..."
कह ही दिया उसने की अब मै किसी और की हूँ...
और पूछा... क्या मै अब भी दोस्त रहूँगा...
अरे एहसान मे तो मुझे तू नहीं चाहिए...
तेरी ये आधी मोहब्बत का क्या करूंगा...