साथ निभाया है हरदम तुमने मेरा,
एक बाह से दूजी बाह बन कर .....
कहने को तो दुनिया साथ चलती है मेरे, पर
कोई तुझ सा न चला, साथ राह बन कर....
जब समझने को आओ तो इतना समझते हो, कभी
टाल देते हो खुशी भी मेरी, एक ना बन कर....
कभी प्रेमी सा प्रेम करने लगते हो मुझ से.,
कभी माथा चुमते हो मेरा मेरी माँ बन कर...
तेरी बातें और तेरा ख्याल हरदम जाता नहीं जहन से,
तू तो रुह में समा गया है मेरी जां बन कर....
फरेबी दुनिया की बातों में आकर मेरी वफ़ा पर शक
न करना, तू जिंदगी बिताना मेरे संग शहंशाह बन कर....
Sku✍️✍️😊😊😍🥰
©Shakina
#Gulaab