रातें सुनसान हैं, खोई हवा सा मैं हूँ, खुदा से रूबर | हिंदी कविता Video

"रातें सुनसान हैं, खोई हवा सा मैं हूँ, खुदा से रूबरू हूँ, फिर भी तन्हा सा मैं हूँ। बेखुदी में खो जाता हूँ, दर्द की रातों में हूँ, इश्क़ के सवालों में, उलझा सा मैं हूँ। - प्रशान्त रस्तोगी 💐 ©Prashant Rastogi "

रातें सुनसान हैं, खोई हवा सा मैं हूँ, खुदा से रूबरू हूँ, फिर भी तन्हा सा मैं हूँ। बेखुदी में खो जाता हूँ, दर्द की रातों में हूँ, इश्क़ के सवालों में, उलझा सा मैं हूँ। - प्रशान्त रस्तोगी 💐 ©Prashant Rastogi

#astrology

People who shared love close

More like this

Trending Topic