*लोगों के दृष्टिकोण को लेकर अधिक विचार आवश्यक नहीं...क्योंकि सबसे अधिक वही लोग हमारा मूल्यांकन करते हैं, जिनका स्वयं कोई मूल्य नहीं होता!*
*😊*चुरा* लेना *खुबसूरत* *लम्हें* *जिन्दगी* से, वरना *जिम्मेदारियां* *फुरसत* *नहीं* देती...!
🌹जय राम जी की 🌹
©Krishan Sharma