कभी-कभी मैं सोंचता हूँ कि तुझे किस बात से याद रखूं | हिंदी Shayari Vid
"कभी-कभी मैं सोंचता हूँ कि तुझे किस बात से याद रखूं ।
तेरे मुस्कुराने से या तेरे रुलाने से ।
तेरे मनाने से या तेरे रूठ जाने से ।
तेरे फ़सानो से या तेरे झूठे बहानों से ।
तेरे मिलने से या तेरे छोड़ जाने से ।
कभी-कभी मैं सोंचता हूँ कि तुझे किस बात से याद रखूं ।
- दिनेश गुप्ता"
कभी-कभी मैं सोंचता हूँ कि तुझे किस बात से याद रखूं ।
तेरे मुस्कुराने से या तेरे रुलाने से ।
तेरे मनाने से या तेरे रूठ जाने से ।
तेरे फ़सानो से या तेरे झूठे बहानों से ।
तेरे मिलने से या तेरे छोड़ जाने से ।
कभी-कभी मैं सोंचता हूँ कि तुझे किस बात से याद रखूं ।
- दिनेश गुप्ता