किसी की तकदीर अगर रूठ जाये,
उसको कोई भी किनारा नहीं मिलता,
गैरों की बात ही छोड़ो दोस्तों,
अपनों का भी सहारा नहीं मिलता।#4$
©pRem KuMaR (#4$)
किसी की तकदीर अगर रूठ जाये,
उसको कोई भी किनारा नहीं मिलता,
गैरों की बात ही छोड़ो दोस्तों,
अपनों का भी सहारा नहीं मिलता।
#withyou