"विधाता ना मेरे से कुछ
ज्यादा ही परीक्षाएं
लेने लगे है आजकल...
तो मैंने उनसे बोला
कि देखो भगवान
चाहे जितनी परीक्षाएं
लेलो ज़िन्दगी की मेरे
से क्यूंकि ये शरीर
आपकी दी हुई है।
तो इस शरीर
को मजबूत भी
आपको ही बनाना
होगा।"
विधाता ना मेरे से कुछ
ज्यादा ही परीक्षाएं
लेने लगे है आजकल...
तो मैंने उनसे बोला
कि देखो भगवान
चाहे जितनी परीक्षाएं
लेलो ज़िन्दगी की मेरे
से क्यूंकि ये शरीर
आपकी दी हुई है।
तो इस शरीर
को मजबूत भी
आपको ही बनाना
होगा।