मंजिल यूँ ही नहीं मिलती सब को, एक जुनून सा दिल में
"मंजिल यूँ ही नहीं मिलती सब को,
एक जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है।
पूछा चिड़ियाँ से कि घोसले कैसे बनते हैं,
वो बोली कि तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।
(Ananya Garg)"
मंजिल यूँ ही नहीं मिलती सब को,
एक जुनून सा दिल में जगाना पड़ता है।
पूछा चिड़ियाँ से कि घोसले कैसे बनते हैं,
वो बोली कि तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।
(Ananya Garg)