Skl पे इतना ज्यादा इतरा रही है।
कु इतना भाव कहा रही है
हमेशा इतना ज्यादा बोल के मेरा कान पकाती हैं
और आज कल बिना कुछ बोले चली जाती
छोड़ के जाना है तो चली जा
तुझे में नही रोकूंगा ,
कुछ दिन रुक जा मौसम अभी ठंडा है
बस सर्दी सर्दी ठोकूँगा।।
देख इतने दिनों से सही जा रही है
इन दिनों में ही कू इतना इतरा रही है
अभी इतना समय नही की नरम हाथो से तेरा माथा सहलाउ
देख मेरे हाथ थक गए है सोच रहा हु की एक बार तेरे से मालिश करवाऊ।
मुझे पता है यहा नही आओगी।।
तो कहि ओर भी नही जाओगी।।
मेरे बिना तुम भी सिर्फ उंगली कर पाओगी।।
मैने तेरी हर बार ये बकचोदी सुनी है
की नीचे से नही बस ऊपर तक करना सही है।।
ये कहने के बाद भी हमेशा तूने ही हुक खोल के पहल करी है।।
इस से एक बात साफ है कि मेरे से ज्यादा तेरे में गर्मी चढ़ि है।।
फिर क्या तेरा itna itrana सही है।।
Tujhe kya lgta hai tera bhav khana glt nhi hai
slk pe itra rhi hai ..
ku itna bhav kha rhi hai ..🤣😂😛
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