एक दौर था वो हमारा
जहां कुछ भी अच्छा ना था
ना लोग, न खयाल,
ज़िंदगी में उलझनें कई थीं
जब आपसे मुलाकात हुई थी
आपने तो हमेशा के लिए
हमें हारा हुआ, परेशान सा
तन्हा सा मान लिया
जबकि हम ना पहले
कभी वैसे थे, न बाद में कभी हुए
और ना फिर कभी वैसे होंगे
यही शिकायत रहेगी आपसे
की आपने अपने मन से मान लिया
न जानने की कोशिश की
न पहचानने की
बस हमसे बिना बात किए
हमारे किरदार को आपने मान लिया
पर कभी मान नहीं दिया
©Divya Thakur
#BoloDilSe