हिन्दू बने नौजवानों! कब समझोगे कि क़लम पकड़ने वाले

"हिन्दू बने नौजवानों! कब समझोगे कि क़लम पकड़ने वाले हाथों में तलवार पकड़ा कर वे तुमको दंगाई बना चुके हैं? अपने बच्चों को वे अच्छी तालीम व बेहतर रोज़गार देकर रुपए कमवा रहे और तुमसे मस्ज़िद के सामने नंगा नाच नचवा रहे. जब तक समझोगे, वे सब लूटकर तुम्हें अकेला छोड़ जाएंगे. क्या मिलेगा? ©Virendra yadav veeru"

 हिन्दू बने नौजवानों! कब समझोगे कि क़लम पकड़ने वाले हाथों में तलवार पकड़ा कर वे तुमको दंगाई बना चुके हैं? अपने बच्चों को वे अच्छी तालीम व बेहतर रोज़गार देकर रुपए कमवा रहे और तुमसे मस्ज़िद के सामने नंगा नाच नचवा रहे. जब तक समझोगे, वे सब लूटकर तुम्हें अकेला छोड़ जाएंगे. क्या मिलेगा?

©Virendra yadav veeru

हिन्दू बने नौजवानों! कब समझोगे कि क़लम पकड़ने वाले हाथों में तलवार पकड़ा कर वे तुमको दंगाई बना चुके हैं? अपने बच्चों को वे अच्छी तालीम व बेहतर रोज़गार देकर रुपए कमवा रहे और तुमसे मस्ज़िद के सामने नंगा नाच नचवा रहे. जब तक समझोगे, वे सब लूटकर तुम्हें अकेला छोड़ जाएंगे. क्या मिलेगा? ©Virendra yadav veeru

#deshhit

#deshkihalat
#writing

People who shared love close

More like this

Trending Topic